विश्व पर्यावरण दिवस 2020: हिमालयी क्षेत्र में पर्यावरण की सेहत बिगाड़ रहा ब्लैक कार्बन
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में साल दर साल तेजी से बढ़ रहा ब्लैक कार्बन हिमालय की सेहत को बिगाड़ रहा है। वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के वैज्ञानिकों के शोध में खुलासा हुआ है कि इन क्षेत्रों में 0.01 से लेकर 4.62 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर की दर से ब्लैक कार्बन जमा हो रहा है।
यह कार्बन न सिर्फ उच्च हिमालयी क्षेत्रों में ग्लेशियर के पिघलने की गति तेज कर रहा है, बल्कि इन क्षेत्रों के वन्यजीवों और पेड़ पौधों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। दुनिया में यह पहली बार है जब वाडिया के वैज्ञानिकों ने ‘रियल टाइम ऑल वेदर डाटा’ के जरिये अध्ययन किया है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि ब्लैक कार्बन सूर्य से आने वाली पैराबैंगनी किरणों को अवशोषित करने के साथ ही इन्फ्रारेड के रूप में उन्हें उत्सर्जित कर रहा है जिसका सीधा असर हिमालयी क्षेत्र के तापमान और ग्लेशियरों पर पड़ रहा है।