पीएम मोदी ने आर्थिक पैकेज को बताया बड़ा कदम, आत्मनिर्भर भारत बनाने पर दिया जोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जारी किए 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज को एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने शनिवार को कहा कि भारत दुनिया में आर्थिक पुनरुत्थान का एक उदाहरण पेश करेगा जो वर्तमान में कोरोना वायरस के खतरे से लड़ रहा है।
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा होने के मौके पर प्रधानमंत्री ने देशवासियों के नाम एक पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने कहा कि आत्मानिर्भर भारत अभियान का पैकेज हर भारतीय के लिए अवसरों के एक नए युग की शुरूआत करेगा, चाहे वह किसान हों, मजदूर हों, छोटे उद्यमी हों या स्टार्टअप से जुड़े युवा हों।
12 मई को देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री ने 20 लाख करोड़ रुपये या जीडीपी के 10 प्रतिशत के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि कोरोना वायरस ने भारत को आत्मनिर्भर बनने और दुनिया में सर्वश्रेष्ठ के तौर पर उभरने का अवसर दिया है। मोदी ने पत्र में कहा कि इस बात पर भी व्यापक बहस है कि भारत सहित विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्थाएं कैसे इस संकट से उबरेंगी।
पत्र में प्रधानमंत्री ने कहा, जिस तरह से भारत ने अपनी एकता और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में संकल्प के साथ दुनिया को आश्चर्यचकित किया है, उससे एक दृढ़ विश्वास है कि हम आर्थिक पुनरुद्धार में भी उदाहरण स्थापित करेंगे। आर्थिक क्षेत्र में, अपनी ताकत के माध्यम से 130 करोड़ भारतीय न केवल दुनिया को आश्चर्यचकित बल्कि उसे प्रेरित भी कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि समय की मांग आत्मनिर्भर बनने की है। प्रधानमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि हमें आत्मनिर्भर बनना चाहिए। हमें अपनी क्षमताओं के आधार पर अपने तरीके से आगे बढ़ना होगा और इसका केवल एक ही तरीका है आत्मनिर्भर भारत। हाल ही में आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए दिया गया 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज एक बड़ा कदम है जो किसानों, श्रमिकों और उद्यमियों सहित सभी वर्गों के लिए नए अवसर खोलेगा।