हाथरस कांड: एसआईटी ने शुरू की जांच, आज पीड़ित परिवार से मिलने जाएंगे राहुल-प्रियंका

राष्ट्रीय समाचार

उत्तर प्रदेश के हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए देशभर में गुस्सा है। पीड़िता की मौत के बाद उसका जबरन अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसे लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। इस मामले पर सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार विपक्ष के निशाने पर है। इसी बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को पीड़िता के परिवार से हाथरस में मुलाकात करेंगे।

राहुल और प्रियंका सुबह 11 बजे हाथरस पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए हाथरस जाएंगे। उन्हें नोएडा सीमा पर रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कया गया है।

मुरादाबाद में दिल्ली लखनऊ राजमार्ग को जाम कर दिया गया है। यहां सफाईकर्मी प्रदर्शन कर रहे हैं। सफाईकर्मियों ने 24 घंटे का विरोध बुलाया है।

मीडिया को गांव में जाने की इजाजत नहीं है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कोरोना का हवाला देते हुए यह फैसला किया है। पुलिस ने कहा कि मीडिया एसआईटी जांच में बाधा डाल रही है।

राहुल और प्रियंका आज पीड़िता के परिवार से मुलाकात करने के लिए हाथरस जाएंगे। हाथरस में जहां धारा 144 लागू है वहीं डीएनडी पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दोनों डीएनडी से होते हुए हाथरस जाएंगे। दोनों भाई-बहन सुबह 11 बजे रवाना होंगे।

कांगेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और वायनाड से सांसद राहुल गांधी आज हाथरस जाएंगे। इससे पहले जब पीड़िता की मौत हुई थी, तब प्रियंका ने पीड़िता के परिवार से फोन पर बात की थी।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा, ‘हाथरस जैसी वीभत्स घटना बलरामपुर में घटी। लड़की का बलात्कार कर पैर और कमर तोड़ दी गई। आजमगढ़, बागपत, बुलंदशहर में बच्चियों से दरिंदगी हुई। यूपी में फैले जंगलराज की हद नहीं। मार्केटिंग, भाषणों से कानून व्यवस्था नहीं चलती। ये मुख्यमंत्री की जवाबदेही का वक्त है। जनता को जवाब चाहिए।’

प्रदेश सरकार द्वारा गठित एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। गृह सचिव भगवान स्वरूप के नेतृत्व में बनी एसआईटी टीम ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की। सात दिन के अंदर हर पहलू पर मंथन किया जाएगा और रिपोर्ट दी जाएगी।

दिल्ली सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता निर्भया की मां आशा देवी ने हाथरस पीड़िता के परिवार के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया है। निर्भया की मां ने कहा कि यदि पीड़िता का परिवार चाहेगा या न्याय दिलाने में परिवार को उनकी मदद चाहिए होगी तो वे परिवार की हर संभव मदद करेंगी।


  • Sign up
Lost your password? Please enter your username or email address. You will receive a link to create a new password via email.