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दिल्ली पहुंचे अशोक गहलोत, सोनिया से आज होने वाली मुलाकात तय करेगी भविष्य
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पार्टी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने को लेकर अनिश्चितताओं के बीच कांग्रेस नेतृत्व से मिलने बुधवार देर रात नई दिल्ली पहुंच गए। मुख्यमंत्री ने रात 10.40 बजे विशेष विमान से दिल्ली पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक, गहलोत बृहस्पतिवार को कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते हैं।
इस दौरान वह राजस्थान के 102 विधायकों की भावनाओं के बारे में जानकारी दे सकते हैं। कांग्रेस द्वारा राजस्थान के मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौर को अनुशासनहीनता के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी होने के एक दिन बाद गहलोत के इस दौरे को अहम माना जा रहा है। इस बीच, केरल यात्रा छोड़कर दिग्विजय सिंह और केसी वेणुगोपाल भी आलाकमान से मिलने दिल्ली पहुंच गए।
सियासी संकट के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली पहुंचने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, हम कांग्रेस अध्यक्ष के अधीन काम करते हैं। आने वाले समय में उनके अनुसार निर्णय लिया जाएगा। अनुशासन हमारी पार्टी की परंपरा है। 50 साल से पार्टी अध्यक्ष के अधीन रहकर हम काम करते आ रहे हैं। हमेशा कांग्रेस पार्टी में अनुशासन रहा है। आज भी देश में अगर कोई नेशनल पार्टी है तो वह कांग्रेस ही है। सब ठीक है, यह घर की बातें हैं हम सुलझा लेंगे। आंतरिक राजनीति में यह चलता रहता है। गुरुवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी से मिलूंगा, उसके बाद बात करूंगा। मीडिया को देश के मुद्दों को समझना चाहिए। लेखकों और पत्रकारों को देशद्रोही बताकर जेल में डाला जा रहा है। हमें उनकी चिंता है, राहुल गांधी उनके लिए यात्रा पर हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष के लिए दिग्विजय सिंह का नाम आने के बाद समीकरण फिर बदल गए। ये कहा जा रहा है कि गहलोत को फिलहाल मुख्यमंत्री बने रहने का अभयदान मिल गया है। दिग्विजय सिंह भी बुधवार देर रात दिल्ली रवाना हो गए थे। दिग्विजय ने मीडिया से कहा कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष पद का नामांकन कर सकता हूं, चुनाव लड़ सकता हूं। ये मेरा व्यक्तिगत फैसला है। इस बारे में मैंने गांधी परिवार में किसी से चर्चा नहीं की है।
दौरे से पहले सीएम ने आवास पर की बैठक
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- इससे पहले, दिन में तीन बार उनके दिल्ली प्रस्थान करने की योजना में बदलाव हुआ। उनकी यात्रा से पहले कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, अध्यक्ष सी पी जोशी, पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटसरा, मंत्री शांति धारीवाल और महेश जोशी भी पर मुलाकात की। खाचरियावास ने बताया कि यह नियमित बैठक थी। उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत पार्टी अध्यक्ष के नामांकन दाखिल करेंगे या नहीं, यह आलाकमान का फैसला है।
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के शीर्ष पद के लिए गहलोत का नाम अभी पूरी तरह से खारिज नहीं किया गया है। समझा जा रहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं एके एंटनी और सुशील कुमार शिंदे को परामर्श के लिए कांग्रेस हाईकमान ने दिल्ली बुलाया है।
अशोक गहलोत के उत्तराधिकारी की नियुक्ति को लेकर राजस्थान में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने बुधवार को कहा कि राज्य में कोई नाटक नहीं है। एक-दो दिन में सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।