झटका: लगातार छठे दिन महंगा हुआ पेट्रोल-डीजल, जानिए कितने बढ़े दाम

राष्ट्रीय समाचार

पेट्रोल की कीमतों में लगातार छठे दिन शुक्रवार को प्रति लीटर 57 पैसे और डीजल में प्रति लीटर 59 पैसे की वृद्धि हुई। देशभर में कीमतें बढ़ाई गई है। स्थानीय बिक्री कर के आधार पर प्रत्येक राज्य में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अलग-अलग हैं। छह दिन में पेट्रोल का मूल्य प्रति लीटर 3.31 रुपये और डीजल का मूल्य 3.42 रुपये तक बढ़ाया गया है।

प्रमुख महानगरों में इतनी है कीमत
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों की अधिसूचना के अनुसार दिल्ली में पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 74 रुपये से बढ़कर 74.57 रुपये जबकि डीजल की कीमत 72.22 रुपये से बढ़कर 72.81 रुपये हो गई है। कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में एक लीटर पेट्रोल की कीमत क्रमश: 76.48, 81.53 और 78.47 रुपये प्रति लीटर है। डीजल की बात करें, तो इन महानगरों में इसका दाम क्रमश: 68.70, 71.48 और 71.14 रुपये है।
तेल मंत्रालय के पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल (PPAC) के आंकड़ों के मुताबिक, मई में तेल की कुल खपत 1.465 करोड़ टन रही, जो अप्रैल के मुकाबले 47.4 फीसदी ज्यादा है। लेकिन पिछले साल की समान अवधि की तुलना में यह मांग 23.3 फीसदी कम है।

जानिए आपके शहर में कितना है दाम
पेट्रोल-डीजल की कीमत आप एसएमएस के जरिए जान सकते हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, आपको RSP और अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको आईओसीएल की वेबसाइट से मिल जाएगा।

बता दें कि प्रति दिन सुबह छह बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। सुबह छह बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं। पेट्रोल व डीजल के दाम में कीमत में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है।

विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतें क्या हैं, इस आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। इन्हीं मानकों के आधार पर पर पेट्रोल रेट और डीजल रेट रोज तय करने का काम तेल कंपनियां करती हैं। डीलर पेट्रोल पंप चलाने वाले लोग हैं। वे खुद को खुदरा कीमतों पर उपभोक्ताओं के अंत में करों और अपने स्वयं के मार्जिन जोड़ने के बाद पेट्रोल बेचते हैं। पेट्रोल रेट और डीजल रेट में यह कॉस्ट भी जुड़ती है।

देश में पेट्रोल-डीजल पर टैक्स 69 फीसदी हो गया है, जो विश्व में सबसे ज्यादा है। पिछले साल तक भारत में पेट्रोल-डीजल पर 50 फीसदी तक टैक्स था। बात अगर विकसित अर्थव्यवस्था की करें तो अमेरिका में कुल कीमत का 19 फीसदी जापान में, 47 फीसदी यूके में, 62 फीसदी और फ्रांस में 63 फीसदी टैक्स के रूप में लगता है।


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