चीन को चौतरफा घेरने की तैयारी, समान विचारधारा वाले देशों को साथ लाएगा भारत.
भारत ने चीन को चौतरफा घेरने की तैयारी शुरू कर दी है। भारत उन देशों को साथ लाने जा रहा है जिनसे चीन का किसी न किसी बात को लेकर मतभेद है। भारत चीन की विस्तारवादी नीति से परेशान देशों के साथ मिलकर हिंद महासागर छेत्र में समुद्री सुरक्षा गठजोड़ को मजबूत करने की दिशा में कदम उठाएगा। इस दिशा में कई देशों से बात हो रही है।
भारत की कोशिश है कि दक्षिण चीन सागर और इंडो पैसिफिक रीजन में समान विचारधारा वाले देशों का गठजोड़ बनाया जाए। इनमें उन देशों को शामिल किया जा सकता है जो किसी न किसी रूप में चीन की अतिक्रमण नीति से परेशान हैं। क्वाड देशों के साथ भी इसको लेकर विमर्श जारी है।
क्वाड में भारत के अलावा अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि भारत धरती से लेकर आकाश तक अपनी सुरक्षा को लेकर सतर्क है। वहीं, चीन की ओर से कोविड संक्रमण के बीच दिखाई गई आक्रामकता ने दुनिया के कई देशों को एक दूसरे के करीब ला दिया है। ये सभी देश चाहते हैं कि विस्तारवाद के खिलाफ एकजुट होकर काम करें।
भारत की कूटनीतिक पहल और अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया सहित कुछ अन्य देशों के सक्रियता का असर है कि चीन के खिलाफ वैश्विक घेराबंदी तेज हो गई है। दुनिया के तमाम देश अलग-अलग तरीके से चीन को घेर रहे हैं। सूत्रों ने कहा कोविड संक्रमण के बीच चीन के गैर जिम्मेदाराना रुख ने कई देशों को नाराज किया है। चीन पर कोविड मामले में सहयोग नहीं करने का आरोप लगा है।
भारत ने अपनी पुरानी नीति से इतर चीन के खिलाफ कूटनीतिक पहल को तेज किया है। सूत्रों ने कहा कि चीन की कार्रवाई और गलवां की घटना ने भारत और चीन के रिश्तों में गहरी खाई पैदा कर दी है और भारत किसी भी स्तर पर तैयारियों को लेकर चूक नहीं चाहता।